जन्मभूमि परिसर में रामलला कल नवरात्रि के पहले दिन अस्थाई मंदिर में विराजमान होंगे। रामलला बीते 28 सालों से टेंट में विराजमान थे। इससे पहले नए स्थल के शुद्धीकरण का अनुष्ठान जारी है, जो आज मंदिर के कपाट बंद होने से पहले पूरा कर लिया जाएगा। अनुष्ठान के लिए दिल्ली, काशी, मथुरा व प्रयागराज के 24 पंडित आए हैं। इस अनुष्ठान के यजमान ट्रस्टी अयोध्या के राजघराने के विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र व डॉक्टर अनिल मिश्र हैं। इसमें शामिल होने के लिए सीएम योगी अयोध्या पहुंच गए हैं। वे रात्रि विश्राम के बाद बुधवार भोर में शिफ्टिंग कार्यक्रम में शामिल होंगे।
श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बताया कि राम लला का फाइबर मंदिर का आसन तैयार हो गया है। जिसमें 25 मार्च को भोर उनको स्थापित कर दिया जाएगा। दो दिनों से चल रहे नए स्थल के शुद्धिकरण अनुष्ठान के साथ भव्य राम मंदिर निर्माण का पहल चरण शुरू हो गया है।
रामलला से आसन ग्रहण करने की हो रही प्रार्थना
चंपत राय ने बताया कि, कई तरह की पूजा पद्धति अपना कर नए स्थल को जागृत किया जा रहा है। टेंट के मंदिर में विराजमान रामलला से प्रार्थना की जा रही है कि जब तक स्थाई मंदिर न बन जाए, तब तक इस स्थल पर आसन ग्रहण करने की कृपा करें। वहीं टेंट के मंदिर में रामलला से अब नए अस्थाई मंदिर में चलने के लिए अनुष्ठान कर प्रार्थना की जा रही है।